Consider the following statements in regard to Arya Samaj movement?
आर्य समाज आंदोलन के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें?
- Dayanand Saraswati rejected later religious thoughts, which were in conflict with the Vedas, but his dependence on the Vedas and their infallibility gave his teachings an orthodox colouring.
दयानंद सरस्वती ने बाद के धार्मिक विचारों, जो वेदों के विरोध में थे, को अस्वीकृत कर दिया, लेकिन वेदों पर उनकी निर्भरता और उनकी अमोघता ने उनकी शिक्षाओं को रूढ़िवादी रंग दिया।
- The Arya Samajist though fought against untouchability but supported the rigidities of hereditary caste system.
आर्य समाजियों ने हालांकि अस्पृश्यता के खिलाफ लड़ाई लड़ी लेकिन वंशानुगत जाति व्यवस्था की कठोरता का समर्थन किया।
- The Arya Samaj movement tried to prevent the conversion of Hindus to other religions, leading to inter-religious frictions, which was one of the factors in the growth of communalism in India in the 20th century.
आर्य समाज आंदोलन ने हिंदुओं के अन्य धर्मों में धर्मांतरण को रोकने की कोशिश की, जिससे अंतर-धार्मिक विवाद पैदा हुआ, जो 20 वीं शताब्दी में भारत में सांप्रदायिकता के विकास के कारकों में से एक था।
Which of the statements given above are correct?
ऊपर दिए गए कौन से कथन सही हैं?
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